धारा 3: संहिता की व्यापकता
धारा 3 में निम्नलिखित प्रावधान शामिल हैं:
आदेश और विधियां: इस संहिता के प्रावधान देश के पूरे क्षेत्र में लागू होंगे। यह सभी अपराधों और दंडों की संहिता की व्यापकता और उसकी शक्ति को निर्दिष्ट करता है, और यह सुनिश्चित करता है कि संहिता पूरे भारत में समान रूप से लागू होगी।
अन्य विशेष कानून: यदि किसी विशेष कानून में भारतीय न्याय संहिता से भिन्न प्रावधान हैं, तो ऐसे मामलों में उस विशेष कानून के प्रावधानों की प्राथमिकता होगी।
अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव: यह धारा यह भी स्पष्ट करती है कि संहिता के प्रावधानों का अंतर्राष्ट्रीय कानून या संधियों पर प्रभाव नहीं पड़ेगा, जो भारत द्वारा अपनाई गई हैं।
प्रादेशिक दायरा: संहिता का दायरा केवल भारत के भूगोलिक क्षेत्र तक सीमित है और इसका किसी विदेशी अधिकार क्षेत्र पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
धारा 3 संहिता के लागू होने की सीमा और प्रासंगिकता को स्पष्ट करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सभी अपराध और दंड पूरे देश में समान रूप से लागू होंगे, और अन्य विशेष कानूनों से किसी प्रकार का टकराव नहीं होगा।
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